शुक्रवार, 16 अक्टूबर को अधिक मास की अंतिम तिथि अमावस्या है। इस साल अधिक मास की वजह से नवरात्रि पूरे एक माह देरी से शुरू होगी। नवरात्रि 17 अक्टूबर से शुरू हो रही है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार अमावस्या तिथि पर पितरों के लिए विशेष धूप-ध्यान करना चाहिए। शुक्रवार और अमावस्या का योग होने से इस दिन महालक्ष्मी की पूजा जरूर करें। अधिक मास को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। ये नाम भगवान विष्णु ने इस माह को दिया था। इस वजह से अधिक मास की अंतिम तिथि पर श्रीहरि का अभिषेक करना चाहिए। इस तिथि पर शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए।
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